आज शाम थम जायेगा चुनाव प्रचार
कल से रैली, जनसभा, भाषण और रोड शो नहीं कर सकेंगे
कार्यालय प्रतिनिधि ग्रेटर नोएडा। लोकसभा चुनाव लिए गाज़ियाबाद जनपद में चुनाव प्रचार आज शाम पांच बजे पूरी तरह थम जाएगा। प्रत्याशी निर्धारित समय बाद रैली, जनसभा, भाषण और रोड शो नहीं कर सकेंगे। प्रचार गाड़ियों को नहीं दौड़ा सकेंगे। केवल घर-घर जाकर शांति से वोट मांगने की इजाजत होगी। कोई प्रत्याशी आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके रिखलाफ कार्रवाई की जाएगी। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट लिए 11 अप्रैल को मतदान होना । यहां चुनाव प्रचार आज शाम बंद हो जाएगा। इसके बाद प्रत्याशी और पार्टियों के रणनीतिकार एक-एक वोट अपने पाले में लाने तिकड़म में जुट जाएंगे। सभी पार्टियों की चिंता वोट प्रतिशत को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने की है। 2014 के लोकसभा चुनाव में औसत मतदान 60.38 प्रतिशत रहा था। तब पांचों विधानसभा क्षेत्र में नोएडा में सबसे कम 53 और खुर्जा विधानसभा में सबसे ज्यादा 64 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी नोएडा के वोटर घर से कम निकले। इस दौरान सिकंदराबाद में 67 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे। इस बार सभी दल गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट में ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने के लिए तैयार है। प्रशासन ने भी मतदाता जागरूकता अभियान चलाया है। चुनाव प्रचार के आज अंतिम दिन बीजेपी ने शहर में रोड शो निकाला। यह रोड शो सुबह 10 सेक्टर-9 चुनाव कार्यालय से शुरू हुआ। इस दौरान बीजेपी प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा नोएडा विधायक पंकज सिंह मौजूद रहे। रोड शो को हरी झंडी दिखाने के बाद डॉ. महेश शर्मा सुबह 11 बजे दादरी के जन संपर्क कार्यक्रम शामिल हुए। कांग्रेस नए और पुराने कार्यकर्ताओं के माध्यम से एक दूसरे से जुड़ने की कोशिश कर रही है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. अरविंद सिह आज ३ ३ ॥ दनकौर और दादरी में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया। इसके बाद वह हर विधानसभा क्षेत्र में बनाए गएअपने पोलिंग एजेंट तक जरूरी सामग्री पहुंचाने का काम करेंगेचुनावी जंग में कांग्रेस का सबसे ज्यादा ध्यान ठाकुर, मुस्लिम और बीजेपी से नाराज चल रहे वोटरों को पार्टी की तरफ आकर्षित करने पर रहेगा। बीएसपी, सपा और रालोद ने मिलकर ज्यादा मतदान कराने लिए हर विधानसभा क्षेत्र को चार जोन में बांटा है। हर जोन के लिए भाईचारा टीम सामहिक रूप से बनाईगई है। हर जोन को 10 सेक्टर बांटा हैएक सेक्टर में 8 से 10 गांव आते हैं। हर गांव में एक टीम तैनात रहेगी। इस दौरान पार्टी तीनों दलों के उन रूठे नेताओं भी मनाने की कोशिश की है, प्रभावशाली है। ऐसे लगभग सभी नेताओं को मना लिया गया है।