एसआईटी द्वारा लीजबैक की जांच शुरु की।
ग्रेटर नोएडा ;ग्रेनो प्राधिकरण में हुए लीजबैक घोटाले की जांच को आगे बढाने के लिये गुरुवार को बैठक कर अपनी जाॅंच बढा दी है। लीजबैक घोटाले की जांच कराने के लिये शासन के आदेश पर 8 सदस्यीय एसआईटी गठित की गयी है। जिसमे एसआईटी का प्रभारी डॉ. अरुणवीर सिंह को बनाया गया है ओर उनके साथ कमिटी में ग्रेनो प्राधिकरण के एसीईओ केके गुप्त, नोएडा प्राधिकरण के मुख्य विधि परामर्शी, एडीएम लैंड गौतमबुद्ध नगर, महाप्रबंधक प्रॉजेक्ट यमुना प्राधिकरण, मुख्य वास्तुविद नियोजक नोएडा प्राधिकरण, शामिल हैं । लीज बैक घोटाले मे कई सफेदपोश नेता एॅव अधिकारीयो के चपेट मे आने की संभावना है। नियमनुसार लीज बैक मे 3 हजार वर्ग मीटर तक जमीन को किसान को वापिस करने का प्रावधान था लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियो ने 40 बीघा जमीन तक छोड़ दी। खाली पड़े खेतों की चारदीवारी करके उनमे दो-चार कमरे बनाकर कई साल पुरानी आबादी बताकर लीजबैक करा दी गयी। जिसकी वजह से ग्रेनो प्राधिकरण को हजारों करोड रुपये का नुकसान पहुंचा। शासन के निर्देश पर बिसरख-जलालपुर मे हुई लीजबैक की जाॅच करायी गयी जिसमे मुंबई के लोगों की 40 बीघा से अधिक जमीन पर पुरानी आबादी दिखाकर लीजबैक कराने का मामले की पोल खुल सकी थी। जिसके बाद बैक लीज घोटाले की रिपोर्ट को शासन मे भेज दिया गया था जिसको लेकरं बिसरख कोतवाली में रिपोर्ट भी दर्ज करायी गयी। शासन ने ग्रेनो प्राधिकरण द्वारा की सभी लीज बैक जमीन की जाॅंच को लेकर एक एसआईटी का गठन किया है जिसमे 8 सदस्य शामिल किये गये है ।